झाँसी। जनपद के जेल चौराहा से स्टेशन जाने वाली रोड पर कुछ फल एवं सब्जी विक्रेता अपनी अपनी डलिया लगाकर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं वे पूर्व में अन्यत्र अपनी दुकान लगाते थे लेकिन नगर निगम द्वारा उन्हें ₹600 प्रति माह पर स्थान आवंटित कर दिया गया है। फल एवं सब्जी की डलिया लगाने वाली महिलाओं का कहना है कि उन्हें यातायात व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मी आए दिन परेशान करते रहते हैं कभी फलों की डलिया फेंक दी जाती है और कभी-कभी उनके साथ मारपीट भी होती है। आज लगभग आधा दर्जन रेहड़ी पटरी विक्रेता संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने जानकारी देते हुए बताया दिनांक 26 मार्च को दोपहर लगभग 1:30 बजे जब वे अपनी बिक्री कर रहे थे उसी समय एक यातायतकर्मी वहां पहुंचा और ऊषा देवी नामक 55 वर्षीय विधवा महिला की डलिया में लात मारते हुए उसका पूरा सामान तहस-नहस कर दिया और गाली गलौज करने लगा। जब इस बात का ऊषा देवी ने विरोध किया तो उसके गाल पर मोबाइल से जोरदार प्रहार कर दिया जिससे महिला के जबड़े में चोट आई है और चेहरे पर सूजन प्रतीत हो रही है। महिलाओं का कहना है जब नगर निगम द्वारा उन्हें स्थान दे दिया गया है तो उनके साथ यह दुर्व्यवहार क्यों किया जाता है ? वह किसी तरह अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं लेकिन आए दिन पुलिस विभाग के कर्मचारियों के दुर्व्यवहार से उनका जीवन दूभर हो गया है महिलाओं ने बताया इस संबंध में उन्होंने जन सुनवाई में ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई है। महिलाओं की बात सुनकर डॉ० संदीप ने कहा आज के समय में जहां बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है वहीं सरकार भी लोगों को रोजगार परक बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। छोटे व्यवसायों के लिए लोन भी प्रदान किया जा रहा है लेकिन कुछ लोगों द्वारा लोगों को रोजगारपरक बनने में व्यवधान डालकर सरकार की छवि को धूमिल किया जा रहा है। आज ऊषा देवी नामक महिला के साथ पुलिसकर्मी द्वारा दुर्व्यवहार किया गया जो वास्तव में निंदनीय है। हमारा पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से अनुरोध है रेहड़ी पटरी दुकानदारों के साथ दुर्व्यवहार को रोका जाए और पुलिसकर्मियों को महिलाओं के प्रति सदव्यवहार के लिए आदेशित भी किया जाये।
