झांसी ज़िले के थाना सीपरी बाजार और सदर बाजार पहुंचे डीआईजी केशव कुमार चौधरी ने साफ कर दिया है – लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी! समाधान दिवस के मौके पर जहां फरियादियों की समस्याएं सुनी गईं, वहीं पुलिस और राजस्व की संयुक्त टीम को तत्काल एक्शन के निर्देश दिए गए। लंबित केस, भूमाफिया, शराब माफिया और साइबर ठग – सब पर कसी जा रही है नकेल! देखिए ये रिपोर्ट…
झांसी के डीआईजी केशव कुमार चौधरी का एक्शन मोड ऑन है!
10 मई को समाधान दिवस के मौके पर थाना सीपरी बाजार और सदर बाजार में पहुंचे डीआईजी ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया—अब हर शिकायत का फौरन और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ज़रूरी है!
भूमि विवाद, अतिक्रमण, अवैध शराब से लेकर स्थानीय अपराधों तक—अब कोई मामला टालने की छूट नहीं। पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम को दिए गए हैं संयुक्त कार्रवाई के सख्त निर्देश।
थाने में पहुंचते ही डीआईजी ने सबसे पहले देखी थाना परिसर की स्थिति।
CCTV, साइबर हेल्प डेस्क, महिला हेल्प डेस्क, और यहां तक कि मालखाना भी रहे उनके रडार पर।
हर फाइल, हर एंट्री को अपडेट रखने के आदेश दिए गए—खासकर महिला उत्पीड़न और साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायतों को टॉप प्रायोरिटी देने को कहा गया है।
6 महीने से ज़्यादा लटके विवेचनाओं पर तगड़ा झाड़!
डीआईजी ने दो टूक कहा—लंबित केस में देरी बर्दाश्त नहीं!
वांछित अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी, समन और वारंटों की तेज़ी से तामीली, और शातिर अपराधियों पर सीधे गैंगस्टर एक्ट लगाने के निर्देश दिए गए।
जिलाबदर, हिस्ट्रीशीट खोलना और संपत्ति जब्तीकरण तक की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने को कहा गया है!
गंभीर अपराधों के आरोपी—हत्यारे, लुटेरे, रेपिस्ट, गौ-तस्कर, ड्रग तस्कर—अब पुलिस के निशाने पर हैं।
और अब खतरा साइबर ठगों से!
डीआईजी ने कहा—अब अपराधी इंटरनेट हाउस अरेस्ट, स्क्रीन शेयरिंग, फेक केवाईसी जैसे हथकंडों से लोगों को लूट रहे हैं।
*1930 पर कॉल करें, पुलिस/साइबर थाने में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं—*यही संदेश जनता तक पहुंचाना अब पुलिस की जिम्मेदारी है।
बीट आरक्षियों को दिए गए हैं साप्ताहिक टास्क।
अपने क्षेत्र का भ्रमण करें, सूचनाएं जुटाएं, हिस्ट्रीशीटरों पर नज़र रखें, और स्थानीय नागरिकों से संवाद बनाए रखें।
पुलिस मित्रों, रिटायर्ड कर्मियों, प्रतिष्ठान मालिकों, ज्वैलर्स, बैंक और पेट्रोल पंप संचालकों की सूची बनाकर सुरक्षा को पुख्ता करने का आदेश जारी किया गया है।
कानून-व्यवस्था अब किसी की बपौती नहीं!
डीआईजी के सख्त निर्देश हैं—अब हर थाना, हर अधिकारी, हर सिपाही जवाबदेह होगा!
नियमों का अक्षरशः पालन हो, शिकायतकर्ता को तुरंत राहत मिले—यही अब पुलिस की प्राथमिकता है।
झांसी में डीआईजी चौधरी का यह निरीक्षण संदेश है उन सभी के लिए—जो पुलिस को हल्के में लेते हैं। नियम अब किताबों में नहीं, जमीन पर दिखेंगे! अब अगर फाइलें धूल खाएंगी या अपराधी खुले घूमेंगे—तो जवाब तय है!
