झांसी की मोठ कोतवाली पुलिस ने पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत अपराधियों की धरपकड़ के लिए प्रभावी कार्रवाई की है। इस अभियान का उद्देश्य शहर में बढ़ते अपराधों को रोकना और अपराधियों को गिरफ्तार करना है। इस अभियान के दौरान 26 मार्च को पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अखिलेश द्विवेदी के नेतृत्व में पुलिस ने कुम्हरार ओवरब्रिज सर्विस लिंक रोड से एक आरोपी को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम मनोज अहिरवार है, जो प्रेम नगर थाना क्षेत्र के बिजौली का निवासी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी मनोज अहिरवार के पास चोरी की बैटरी है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए कुम्हरार ओवरब्रिज सर्विस लिंक रोड पर पहुंचकर घेराबंदी की। यहां आरोपी मनोज अहिरवार से एक एक्साइड की बैटरी बरामद की गई, जो चोरी की थी। पुलिस ने तुरंत उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस द्वारा किए गए इस सफल ऑपरेशन में उपनिरीक्षक राजेंद्र कुमार, उपनिरीक्षक चंद्रेश कुमार और हैड कांस्टेबल रणजीत सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इन अधिकारियों ने मिलकर आरोपी को घेरकर पकड़ने में सफलता प्राप्त की। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और उसे कानूनी कार्रवाई के तहत जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने इस सफलता को एक बड़ा कदम बताया और कहा कि शहर में अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस का उद्देश्य केवल अपराधियों को पकड़ना ही नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि अपराधी किसी भी तरह से कानून से बच न सकें। उनका कहना था कि पुलिस का अभियान आगे भी जारी रहेगा और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अखिलेश द्विवेदी ने भी इस गिरफ्तारी पर खुशी जताई और कहा कि पुलिस की टीम ने अपनी तत्परता और मेहनत से इस सफलता को प्राप्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की कार्रवाई से अपराधियों में डर पैदा होगा और शहर में अपराध की दर में कमी आएगी। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को नागरिकों ने भी सराहा और माना कि ऐसे अभियानों से शहर में सुरक्षा का माहौल बढ़ेगा।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की, जिसमें उसने अपनी अपराधी गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी के साथ अन्य कौन लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है, ताकि अन्य अपराधियों का भी पर्दाफाश किया जा सके।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस लगातार अपनी तैनाती और अभियानों के जरिए शहर में अपराधियों पर शिकंजा कसने में जुटी हुई है। इस तरह की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि अपराधियों को अब शहर में अपनी जगह बनाना मुश्किल होगा, और पुलिस हर कदम पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
