यह खबर झांसी जिले के मोठ कोतवाली क्षेत्र से आई है, जहां मेला महोत्सव के दौरान एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। सुरक्षा के तमाम दावों की पोल खोलते हुए चोरों ने बेखौफ होकर एक युवक की बाइक पार कर दी।
“झांसी का मोठ… जहां मेला महोत्सव में उमड़ी भीड़, लेकिन सुरक्षा इंतजाम धरे के धरे रह गए! बाइक चोरी की घटना ने पूरे प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया! क्या बिना अनुमति के हुआ यह आयोजन? क्या पुलिस-प्रशासन कर रहा था आंखें बंद? आज हम उठाएंगे हर वो सवाल, जो जनता जानना चाहती है!
“रात 8:30 बजे का वक्त… झांसी के मोठ क्षेत्र का किला मैदान… चारों तरफ रौनक थी, मेला चल रहा था, लेकिन इसी भीड़भाड़ के बीच एक युवक की बाइक ग़ायब हो जाती है! मिथुन साहू अपनी बहनों के साथ मेले का आनंद लेने आए थे, लेकिन लौटे तो उनकी बाइक नदारद थी! अब सवाल ये कि आखिर सुरक्षा का क्या हुआ?”
“सूत्रों की मानें तो ये मेला बिना अनुमति के लगाया गया! बिना किसी आधिकारिक स्वीकृति के, बिना पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के! और जब बाइक चोरी की सूचना पुलिस को दी गई, तो जनाब मौके पर पहुंचने की जहमत भी नहीं उठाते! सवाल ये उठता है कि क्या प्रशासन की नींद इतनी गहरी है कि आंखें खोलने के लिए किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है?”
“ये वही मेला है, जहां सैकड़ों लोग उमड़ते हैं, जहां सुरक्षा सबसे अहम होनी चाहिए, लेकिन यहां सुरक्षा के नाम पर व्यवस्थाएं शून्य थी ! न कोई चेकिंग, न कोई सीसीटीवी कैमरा, न कोई पुलिसकर्मी… और नतीजा – बाइक गायब! क्या यही प्रशासन की जिम्मेदारी है?”
“अब बात करते हैं उस प्रशासन की, जो इस अव्यवस्था का जिम्मेदार है! जब मोठ उपजिलाधिकारी से मेला आयोजन की अनुमति को लेकर सवाल किया गया, तो जनाब के पास कोई जवाब नहीं था! यानी, न कोई कागजात, न कोई प्लानिंग, बस मेला लगा दिया गया, और चोरों को खुली छूट दे दी गई! सवाल ये उठता है कि अगर यह मेला गैरकानूनी था, तो इसे लगाने की इजाजत किसने दी? और अगर यह प्रशासन की जानकारी में था, तो सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए?”
“मैं अपनी बहनों के साथ मेला देखने गया था, लौटकर देखा तो बाइक नहीं थी… पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। क्या आम आदमी को न्याय मिलने के लिए अब प्रदर्शन करना पड़ेगा?”
“अब सबसे बड़ा सवाल… कब जागेगा प्रशासन? कब सुधरेंगे सुरक्षा इंतजाम? और कब मिलेगा जनता को न्याय? इस तरह की लापरवाही सिर्फ चोरी तक सीमित नहीं रहती, यह किसी दिन किसी बड़ी अनहोनी की वजह भी बन सकती है! प्रशासन को अब जवाब देना ही होगा, नहीं तो जनता पूछेगी – आखिर कब तक?”
“तो ये थी हमारी स्पेशल रिपोर्ट, जिसने खोल दी प्रशासन और पुलिस की लापरवाही की परतें! आप इस मुद्दे पर क्या सोचते हैं? हमें कमेंट कर बताइए और इस खबर को शेयर कीजिए ताकि प्रशासन तक जनता की आवाज़ पहुंचे! आप पढ रहे थे News30express Tv बने रहिए हमारे साथ, क्योंकि सच दिखेगा… बेखौफ, बेबाक और सबसे पहले!”
