सीतू सिंह के भजनों से झूम उठे श्रद्धालु , खूब लगे मैया के जयकारे
माँ जालौन देवी मंदिर परिसर में चल रहा दिव्य और भव्य नवरात्रि महोत्सव
उरई जालौन । जिला मुख्यालय से करीब 55 किमी दूर बीहड़ में यमुना नदी के तट पर पांडवो द्वारा स्थापित माँ जालौन देवी परिसर में आयोजित नवरात्रि महोत्सव के प्रथम दिवस झाँसी की भजन गायिका सीतू सिंह व सुनील पांचाल उरई के भजनों से उपस्थित भक्त जमकर झूमे और मैया के जमकर जयकारे लगाए।
माँ जालौन देवी परिसर में ब्लाक प्रमुख रामपुरा अजीत सिंह सेंगर द्वारा आयोजित चैत्र नवरात्रि महोत्सव 2025 में प्रथम दिन कन्याओ के पूजन के बाद कलश स्थापना कर माता रानी की पूजा अर्चना की गई इसके उपरांत मन्दिर परिसर में पहुंच रहे सभी भक्तों के लिए अखण्ड भंडारे का शुभारंभ किया गया जो अनवरत नौ दिन तक सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक जारी रहेगा।
यमुना नदी के किनारे घने जंगल में स्थित जालौन माता मंदिर लोगों की अटूट आस्था का केंद्र है। मंदिर एक ऊंचे टीले पर बना हुआ है। नवरात्र में यहां मध्य प्रदेश, इटावा, औरैया, जालौन व झांसी सहित कई जिलों के श्रद्धालु जवारे लेकर आते हैं। अन्य दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है। यहां जो भी भक्त मन्नत मांगता है उसकी मन्नत अवश्य पूरी होती है। माताएं बहनें हल्दी से हाथों के निशान मंदिर में बनाकर मन्नत मांगती हैं।
मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। मान्यता है कि महाभारत काल में जब पांडव अज्ञातवास में थे तो उन्होंने ही यहां माता जयंती की स्थापना की थी और यहां पर पूरा समय बिताया था। जो अब जालौन वाली माता के नाम से प्रसिद्ध है। मां का मुख पूर्व दिशा की ओर है जिससे सूर्य की पहली किरण मां के चरणों को स्पर्श करती है। साथ ही ब्रह्म मुहुर्त में मां के चरणों में जल अर्पित हो जाता है जिसका रहस्य कोई सुलझा नहीं सका है।
कार्यक्रम आयोजक अजीत सिंह सेंगर ने बताया कि नवरात्रि की प्रत्येक शाम की भजन संध्या में देश व प्रदेश के नामी भजन गायक शरीक होकर माता के चरणों मे हाजिरी लगाएंगे साथ ही उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।
