पालिका अध्यक्ष पर लगे गंभीर आरोप।
उरई नगर पालिका में विकास बोर्ड की बैठक के दौरान कई सभासदों ने नगर पालिका अध्यक्ष का किया विरोध। सभासदों ने नगर पालिका अध्यक्ष गिरजा चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बालिका अध्यक्ष ने कई मामलों में घोटाला किया है। श्वसन ने कहा कि पूर्व में नगर पालिका क्षेत्र में जेसीबी मशीन का 18 लाख का फर्जी काम दिखाकर पालिका अध्यक्ष द्वारा रुपए निकल गए। वही एक सभासद ने कहा कि बालिका अध्यक्ष अपने चाहती सभासदों को नगर पालिका के काम देते हैं और हम लोगों के वार्ड के जो साधारण काम भी है उसके लिए हम लोगों को परेशान होना पड़ता है और काम नहीं होते हैं। वही बोर्ड बैठक के दौरान सभासद और नगर पालिका ई ओ में भी काफी बहस देखने को मिली।शनिवार को पालिका बोर्ड बैठक में नगर पालिका के वित्तीय वर्ष की आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। बताया गया कि पिछले वर्ष नगर पालिका की कुल आय 1.30 अरब रुपये रही, जिसे शहर के विकास, निर्माण कार्यों और अन्य आवश्यक सेवाओं में खर्च किया गया। इस वर्ष के लिए लगभग 1.29 अरब रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया, जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई।
बैठक में नगर के विभिन्न विकास कार्यों, सफाई व्यवस्था, सड़क निर्माण, जल आपूर्ति, और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर चर्चा हुई। बजट में विशेष रूप से शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने, जल निकासी प्रणाली को दुरुस्त करने और सड़क व पुलों की मरम्मत कार्यों के लिए धन आवंटित किया गया। इसके अलावा, नगर में सार्वजनिक सुविधाओं जैसे स्ट्रीट लाइट, पेयजल आपूर्ति और कचरा प्रबंधन को और बेहतर बनाने के लिए योजनाओं को प्राथमिकता दी गई।
पालिका अध्यक्ष ने बताया कि शहर के समग्र विकास के लिए कई नई योजनाएं तैयार की गई हैं, जिनका कार्यान्वयन शीघ्र किया जाएगा। बैठक में मौजूद विधायक ने सुझाव दिया कि वार्ड स्तर पर विकास कार्यों के लिए सभासदों को अधिक अधिकार दिए जाएं, जिससे वे बिना किसी देरी के अपने क्षेत्रों में छोटे-मोटे सुधार कार्य करवा सकें। उन्होंने प्रत्येक वार्ड में अपनी निधि से दो स्ट्रीट लाइट लगाने की भी घोषणा की।
