जन्म से लेकर मृत्यु तक पवित्र आचरण सिखाने वाली भागवत की कथा है-
पंडित नितिन कृष्ण महराज
बरुआसागर (झांसी) संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा नगर के मध्य श्री गुलाब बाग धाम शिव मंदिर में महिला धर्म समिति द्वारा 25 वें वर्ष हो रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस कथा वाचन करते हुए युवराज पंडित नितिन कृष्ण महाराज ने भागवत की कथा के प्रथम स्कंध के जन्माघस्य यतोन्वयादि श्लोक का मार्मिक ढंग से निरूपण किया
एंव श्रीमद् भागवत की कथा को सत्य स्वरूप भगवान श्री कृष्ण का विग्रह बताया उन्होंने कहा कि तीन ग्रंथ का जीवन में पालन करना चाहिए । क्या करना चाहिए – यह रामायण से सीखों । क्या नहीं करना चाहिए – ये महाभारत से सीखों एवं हमारी मृत्यु कैसे पवित्र हो ए श्रीमद् भागवत कथा सिखाती है । हमें जन्म से लेकर मृत्यु तक पवित्र आचरण सिखाने वाली भागवत की कथा है जैसे श्रवण कर महाराज परीक्षित ने अपनी मृत्यु को पवित्र किया । उन्होंने श्री सुकदेव जी से भागवत कथा श्रवण की एवं भगवान श्री कृष्ण के उपदेश को आत्मसात किया । महाराज भीष्म की कथा सुनाते हुए कहा की गंगा पुत्र भीष्म ने ब्रह्मचर्य व्रत का पालन किया, कौरवों के पक्ष से धर्म युद्ध किया एवं अंत समय में श्री द्वारकाधीश कृष्ण का दर्शन करके सूर्य उत्तरायण आने पर एकादशी तिथि में अपने प्राणों को त्यागा , उनकी प्राण ज्योति भगवान श्री कृष्ण के चरणों में समाहित हो गई क्योंकि उन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था । परीक्षित जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि महाराज परीक्षित जब मां के गर्भ में थे तो उन्होंने प्रभु का चिंतन किया, दर्शन किया, स्वयं भगवान ने उनकी रक्षा की पवित्र भाव से किया गया भगवान का चिंतन उन्हें अपनी ओर खींचता है ।आज कथा के पूर्व मुख्य यजमान चिंटू साहू श्रीमती कमला साहू, सन्तोष योगी श्रीमती अंकिता योगी, सुनील राय श्रीमती अंजना राय, श्रीमती सुनीता अग्रवाल बेटा सोमी, माता उषा अग्रवाल बेटा दीपक ने पूजन किया आरती की । भागवत पाठ पंडित हरिओम द्वारा एवं पूजन पंडित प्रवीण तिवारी द्वारा कराया गया ।इस अवसर पर पण्डित सुजीत बकना, प्रेम नारायण राय ,रमेश चौरसिया, मनोज अग्रवाल बब्लू ,कविता साहू, पिंकी राय,बबली तिवारी , कलावती राय, माता विमला राय, कमला दीक्षित, निधि यादव, रश्मि यादव, उपस्थित रही । अंत में आभार पंडित आलोक पिपरैया द्वारा व्यक्त किया गया ।
रिपोर्टर विनोद साहू









