झाॅसी जनपद के थाना गरौठा क्षेत्र के ग्राम बरारू से एक सनसनीखेज़ और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहाँ अराजक तत्वों ने सामाजिक सौहार्द्र और धार्मिक आस्था को ठेस पहुँचाने की नापाक कोशिश की है।”
“बीती रात… जब पूरा गाँव गहरी नींद में था, तब कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने भगवान बुद्ध की मूर्ति को उसके स्थान से उखाड़ फेंका! जी हाँ… एक सार्वजनिक स्थल पर स्थापित भगवान बुद्ध की प्रतिमा को उठाकर झाड़ियों में फेंक दिया गया!”
“मंगलवार सुबह करीब 9 बजे जब स्थानीय ग्रामीण उस स्थल पर पहुँचे, तो उन्होंने देखा कि चबूतरा खाली है… भगवान बुद्ध की मूर्ति गायब है। यह दृश्य देख लोगों के होश उड़ गए। अफरा-तफरी मच गई, और पूरे गाँव में यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई।”
“गाँव के युवाओं और बुजुर्गों ने मिलकर मूर्ति की तलाश शुरू की। कुछ ही देर में वह मूर्ति पास की झाड़ियों में मिली… ज़मीन पर फेंकी हुई… अपमानित स्थिति में। यह देखकर लोगों का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया।”
“सूचना मिलते ही मौके पर पहुँचे क्षेत्राधिकारी राजेश राय और कोतवाली प्रभारी बलिराज शाही ने लोगों को शांत करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। लेकिन आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा था।”
“घटना की सूचना मिलते ही भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष डॉ. रणजीत सिंह गाँव पहुँचे। उनका स्पष्ट ऐलान था—अगर जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई… तो तहसील से लेकर जिला मुख्यालय तक जबरदस्त प्रदर्शन किया जाएगा!”
“इस घटना ने न केवल भगवान बुद्ध के अनुयायियों की भावना को आहत किया है, बल्कि सामाजिक सौहार्द्र को भी गहरा झटका दिया है। गाँव में भय और असुरक्षा का माहौल है।”
“अब सवाल यह उठता है—क्या प्रशासन दोषियों को जल्द गिरफ़्तार कर पाएगा? क्या ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई होगी? या फिर यह घटना भी फाइलों में दबकर रह जाएगी? बरारू की जनता जवाब माँग रही है… न्याय की माँग कर रही है।”
