“102 की एंबुलेंस बनी ज़िंदगी की डोर – मोठ में महिला ने एंबुलेंस में दिया बच्चे को जन्म”
“जहां चाह होती है, वहां राह निकल ही आती है… और जब जज़्बा सेवा का हो, तो हर मुश्किल आसान बन जाती है। एक ऐसा ही मिसाल कायम किया झांसी के मोठ क्षेत्र में तैनात 102 एंबुलेंस के पायलट और EMT ने… जब दर्द से तड़प रही एक महिला की ज़िंदगी, एंबुलेंस की वक्त पर आई सहायता से खुशियों में बदल गई। देखिए ये ज़िंदगी को छू लेने वाली रिपोर्ट…”
झांसी जनपद के मोठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की 102 एंबुलेंस इन दिनों चर्चा में है। वजह है—एक ऐसा काम, जिसने इंसानियत को फिर से ज़िंदा कर दिया।
दरअसल, ग्राम आमखेरा के निवासी हिम्मत सिंह ने एंबुलेंस सेवा 102 पर फोन कर सूचना दी कि उनकी पत्नी को ज़ोरों का लेबर पेन है और तत्काल मदद चाहिए।
मामले की गंभीरता को समझते हुए, एंबुलेंस पायलट राजकुमार यादव और EMT अनूप सिंह मौके के लिए रवाना हो गए।
महिला को एंबुलेंस में सिफ्ट कर जब अस्पताल की ओर बढ़े, तभी रास्ते में ही महिला की स्थिति बिगड़ने लगी। दर्द असहनीय हो चला था… और ज़रूरत थी तुरंत डिलीवरी की।
लेकिन ये कोई ऑपरेशन थियेटर नहीं था – ये थी एक चलती एंबुलेंस।
EMT अनूप सिंह ने एक पल की भी देरी नहीं की। आशा कार्यकर्ता की मदद से, सफाई और सतर्कता के साथ उन्होंने चलती एंबुलेंस में ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया।
कुछ ही पलों में, एंबुलेंस के भीतर किलकारियाँ गूंजने लगीं।
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने मां और बच्चे की जांच की… और दोनों को पूरी तरह स्वस्थ पाया।
अब पूरे गांव और क्षेत्र में EMT अनूप सिंह और पायलट राजकुमार यादव की बहादुरी और सूझबूझ की सराहना हो रही है।
“चलती एंबुलेंस में जिस तरह से एक ज़िंदगी को इस दुनिया में लाया गया, वो सिर्फ ड्यूटी नहीं—सेवा भाव की मिसाल है। ऐसे कर्मवीर पायलट और EMT न सिर्फ सरकार की योजनाओं को ज़मीन पर ला रहे हैं, बल्कि भरोसे को भी मज़बूत कर रहे हैं। न्यूज़ 30 एक्सप्रेस इन जांबाज़ों को सलाम करता है।”
