दो पक्षों में खूनी संघर्ष, 10 लोग गंभीर रूप से घायल….

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

झांसी के शाहजहांपुर में दो पक्षों में खूनी संघर्ष, 10 लोग गंभीर रूप से घायल

झांसी से इस वक्त हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है…जहां एक मामूली सी कहासुनी ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के कांडौर गांव में दो पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले, पत्थर बरसे और इंसानियत की सारी हदें पार हो गईं। 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट के आरोप जड़े हैं। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, लेकिन सवाल ये है — क्या अब गांवों में इंसान की जान इतनी सस्ती हो गई है कि जरा सी बात पर खून बहा दिया जाए?

झांसी के कांडौर गांव में आज वो हुआ, जिसने गांव की शांति को शर्मसार कर दिया। मामला मामूली कहासुनी से शुरू हुआ, और बर्बर हिंसा में तब्दील हो गया। पहला पक्ष — पुष्पेंद्र। आरोप है कि गांव के ही कुछ लोग शराब के नशे में गाली-गलौज कर रहे थे। टोका तो लाठियां और डंडे बरसाने लगे। पुष्पेंद्र के साथ 21 साल का अभय और 31 साल का पंकज बुरी तरह घायल हुआ है,

वहीं, दूसरा पक्ष — उदयपाल। आरोप लगाते हैं कि उनके रिश्तेदार पानी की मोटर का रस्सा लेने पहुंचे थे, लेकिन बात इतनी बिगड़ी कि मोटर का रस्सा तो क्या, खुद के शरीर पर भी लाठी-डंडे और पत्थर बरसने लगे। इस हमले में 18 साल का मौनू, 44 वर्षीय कमलेश, उनकी पत्नी अखिलेश, 45 वर्षीय मुन्नी देवी, 17 वर्षीय पंकज और 40 वर्षीय सीमा गंभीर रूप से घायल हुए।

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं, लेकिन हकीकत ये है कि गांव का माहौल अब खून की बूँदों से लथपथ है। सवाल ये भी है — क्या गांवों में अब कानून का डर खत्म हो चुका है? पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर ली है और घायलों को मोठ ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है, और दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।

गांव में खून, अस्पताल में चीखें, और थाने में शिकायती पत्र… लेकिन इंसाफ कब मिलेगा? ये आज का बड़ा सवाल है। क्या पुलिस इस बार सच में दोषियों तक पहुंचेगी, या फिर ये मामला भी सरकारी फाइलों में दबकर रह जाएगा?

News 30 Express
Author: News 30 Express

Leave a Comment

और पढ़ें