पंजाब के आंदोलनरत किसानों के समर्थन में शामली में सैकड़ो किसानों का प्रदर्शन, पंजाब प्रदेश की आप व केंद्र की भाजपा सरकार पर लगाए आरोप
पंजाब में 2 दिन पूर्व किसानों के आंदोलन को बल पूर्वक खत्म कराए जाने के विरोध में शामली में सैकड़ो किसानों ने भारतीय किसान यूनियन टिकैत के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने पंजाब की आप व केंद्र की भाजपा सरकार के विरोध में एक ज्ञापन राष्ट्रपति महोदय के नाम अधिकारियों को सौपा। किसान नेताओं का आरोप है कि आप व भाजपा की सरकार ने मिलकर पंजाब में आंदोलन कर रहे किसानों को जबरन मोर्चे हटाकर गिरफ्तार कराया व उनके विरुद्ध फर्जी मुकदमे दर्ज कर दिए हैं, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज एक ज्ञापन के माध्यम से भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता इस घटना की निंदा करते हैं।
दरअसल आपको बता दे की शामली की कलेक्ट्रेट में पंजाब की आप व केंद्र की भाजपा सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं, ये किसान पंजाब के दो मोर्चे पर आंदोलन कर रहे किसान नेताओं पर जबरन मुकदमे दर्ज कर, उन्हें गिरफ्तार किए जाने का विरोध कर रहे हैं। दरअसल बड़ी संख्या में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के आह्वान पर शामली की कलेक्ट्रेट परिसर किसान पहुंचे और नारेबाजी की किसानों ने पंजाब के दो मोर्चो पर आंदोलन कर रहे किसान नेताओं को जबरन मुकदमे दर्ज कर वहां से बलपूर्वक हटाए जाने का ये किसान विरोध कर रहे हैं। इसी के विरोध में किसानों ने देश की राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जनपद के प्रशासनिक अधिकारियों को सौपा, किसानों का कहना था कि जब किसान शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे तो, आप व भाजपा की सरकार ने मिलकर किसानों का उत्पीड़न किया है और उनका आंदोलन जबरन खत्म किया है, किसानों का आंदोलन इस प्रकार खत्म किया जाना बर्दाश्त से बाहर है। बत्तीसा खाप के चौधरी शोकिन्द्र सिंह का कहना है कि पंजाब में जो किसान काफी लंबे समय से शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे, पंजाब की आप सरकार व केंद्र की भाजपा सरकार से मिलकर उन्हें जबरदस्ती वहां से हटाया है, उन पर लाठीचार्ज किया गया है, यह बहुत बड़ा अत्याचार है। आप पार्टी व भाजपा की केंद्र सरकार दोनों ही किसान विरोधी है, सरकार किसानों को डंडे के बल पर दबाना चाहती हैज़ लेकिन किसी भी सूरत में किसानों का आंदोलन खत्म नहीं होगा।
