गरौठा झांसी। ककरवई के समीप स्थित सिद्ध।पीठ आश्रम चकाडोरी धाम पर महंत राकेश दास जी महाराज की अध्यक्षता में चल रहे श्री राम महायज्ञ के छठवें दिवस संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा में ,वृंदावन धाम मलूक पीठ के संत दीनबंधु दास जी महाराज ने श्रीकृष्ण भगवान की बाल लीलाओं व पूतना वध की कथा का वर्णन किया।उन्होनें कहा कंश ने जब पूतना को ब्रज में भेजा तब पूतना भगवान के पास गई तो भगवान ने दोनों नेत्र बंद कर लिए और भोले बाबा का स्मरण किया कि जहर आप पी लो दूध हम पी लेंगे, जैसे ही भगवान ने स्तन मुख में लिया पूतना को बात्सल भाव जाग्रत हो गया और वो चिल्लाने लगी मुझे छोड़ दो, मत पियो स्तन को इसमें जहर लगा हुआ उसे माता का भाव जाग्रत हो गया। पूतना 18 किलो मीटर लंबी थी। ब्रज बासियो ने पूतना का पीछा किया जव पूतना गिरी तो कंश का पूरा जंगल नष्ट हो गया और भगवान ने पूतना का उद्धार कर दिया। पूतना को जव जलाया गया तब शरीर के 108 टुकड़े हुए। ब्रजवासियों ने कहा बाबा इसे मुखाग्नि आप दो आपके लाला को इसने दूध पिलाया है तब पूतना को नंद बाबा ने मुखाग्नि दी । आगे की कथा में भगवान के नामकरण का एवं भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं, माखन चोरी का वर्णन किया गया।राम चरित मानस मंच पर प्रवचन करते हुए अयोध्या के संत राम शरण दास व्यास जी ने भगवान श्रीराम जी की कथा सुनाई। कथा की आरती मुख्य यजमान ममता सुरेश कुमार मिश्रा , व भागवत के परीक्षत सरोज एवं दिनेश कुमार अग्रवाल ने की।इस मौके पर अखिलेश पिपरैया, डॉ ओमप्रकाश मिश्रा एडवोकेट,महेश चंद्र विदुआ,चंद्र प्रकाश द्विवेदी, शिशुपाल सिंह यादव,विशाल द्विवेदी,उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह, अखिलेश तिवारी, सत्यप्रकाश तिवारी , रोहित द्विवेदी, कमलेश द्विवेदी रामकुमार उपाध्याय,संतोष पटेल, रमाशंकर रावत,भगवान सिंह यादव, विश्वनाथ यादव सार्थक नायक, यादव,पीतम मंगल लल्ला, श्याम सिंह यादव, प्रेमनारायण खरे,लला यादव, आदि उपस्थित रहे।