हाइवे पर मुनीम से 5 लाख की लूट के मामले में बदमाशो से हुई पुलिस मुठभेड़, बदमाशो के साथ चला ऑपरेशन लगड़ा…
मामला ललितपुर जनपद के तालवेहट कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत किराना व्यापारी के मुनीम से हुई लूट मे शामिल बदमाशों को 24 घंटे के अंदर ही मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है, लेकिन पुलिस के द्वारा जो मुठभेड़ दिखाई गई उस पर सवालिया निशान खड़े होना लाजमी है,
जनपद में पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक के कार्यकाल में दो लूट और एक हत्या का मामला था, जिसमें ऑपरेशन लंगड़ा चलाया गया
यह भी इन्हीं बड़ी घटनाओं का एक मामला है, जिसमें एक सी प्रक्रिया अपनाई गई है जो प्रायोजित प्रतीत होती है, फिल्मी स्टाइल में मोटरसाइकिल पड़ी हुई दिखाई देती है एवम एक तमंचा भी जमीन पर पड़ा हुआ दिखाया जाता है,
योजना के तहत पहले से ही किसी एक आपसी तालमेल वाले पत्रकार को बुला लिया जाता है, घटना स्थल पर भी पुलिस अधीक्षक के साथ वही पत्रकार दिखते हैं एवम मुठभेड़ में भी वही एक पत्रकार दिखते हैं तो क्या कहा जाए
जबकि जनपद में केवल एक पत्रकार नहीं है कई पत्रकार हैं, लेकिन तीनों घटनाओं में पहले से ही एक ही पत्रकार की उपस्थिति नजर आती है, जिससे तरह-तरह की आशंकाए उठती है,
क्या लूट के बाद बदमाशों ने जनपद ललितपुर को छोड़ना उचित नहीं समझा या फिर कहीं दूर से पकड़कर उन्हें ललितपुर में दिखाया गया, लेकिन जिस स्थान पर मुठभेड़ दिखाई गई है, वह स्थान ललितपुर मुख्यालय से केवल 35 किलोमीटर की दूरी पर है, इसलिए इस मुठभेड़ पर सवाल खड़े होना लाजमी हैं
पुलिस का कहना है कि बदमाशों को पकड़ने के लिए 6 टीम में गठित की गई थी, जिसमें आज थाना जखौरा अंतर्गत ग्राम सराय के पास बदमाशों को गिरफ्तार किया है, बदमाशों ने अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस पर फायरिंग की थी, जिस पर पुलिस ने अपने बचाव में जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों बदमाशों को पैर में गोली लगी है, और उन्हें इलाज हेतु जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, उनके पास से एक मोटरसाइकिल और दो अवैध तमंचा और जिंदा कारतूस एव मुनीम जो काला बैग पैसों से भरा लिए था, वह बेग भी बरामद हुआ है, लेकिन अभी उसमें कितना कैस है, उसकी काउंटिंग नहीं बताई गई,
जिस समय लूट की गई उस समय उन्होंने व्यापारी के मुनीम के हाथ में लोहे की छड़ मारी थी, लेकिन पुलिस उस छड़ को बरामद नहीं कर पाई, लेकिन आज बदमाशो के पास से अवैध तमंचा मुठभेड़ में बताये जा रहे हैं,
दोनों बदमाशों के नाम अवधेश कुशवाहा और नीरज कुशवाहा बताये जा रहे हैं
लेकिन पुलिस ने जिस प्रकार इसे मुठभेड़ का रूप दिया है, वह प्रायोजित प्रतीत हो रहा है, पुलिस द्वारा बनाई गई 6 टीमों में से चार टीम केवल एक ही जगह सर्च कर रही थी क्या, तो फिर मुठभेड़ के दौरान दो टीम किस जगह सर्च कर रही थी, चार टीमें में जो बताई गई है, वह तालबेहट पुलिस एस ओ जी सर्वलाइंस एवं ललितपुर की संयुक्त टीम थी,
पुलिस का सराहनीय वर्क आउट है, कि 24 घंटे के अंदर ही पुलिस लूट के बदमाशों की गिरेवां तक जा पहुंची,