Sampadak Dherendra Raikwar
समथर/मोंठ-
बुधवार को मोंठ तहसील क्षेत्र के ग्राम दतावली में आपूर्ति निरीक्षक के सामने राशन विक्रेता एवं ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के बीच जमकर मारपीट हो गई। घटना की सूचना पर डायल 112 पुलिस, एवं क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
बता दें कि मामला तहसील मोठ क्षेत्र के निकटवर्ती ग्राम दीतावली का है। जहां बीते दिन ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के साथ दर्जनों लोगों ने मोंठ तहसील पहुंच कर लिखित रूप से राशन विक्रेता पर घटतौली का आरोप लगाया था। जिसकी शिकायत पर मामले की जांच करने के लिए आपूर्ति निरीक्षक राशन की दुकान पर पहुंचे थे। निरीक्षक बयान दर्ज कर ही रहे थे कि प्रधान प्रतिनिधि और कोटेदार के बीच कहासुनी ने विवाद का रूप ले लिया और दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। मामले की गंभीरता को देख सूचना पर डायल 112 पुलिस एवं क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंच, जांच पड़ताल में जुट गई है।
इसके संबंध में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनिल कुमार राजपूत ने बताया उसके द्वारा बीते कल मोंठ उप जिलाधिकारी को कोटेदार के खिलाफ शिकायत की गई थी। जिसके आधार पर आज ग्राम में आपूर्ति निरीक्षक जांच करने पहुंचे थे। जहां आपूर्ति निरीक्षक ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को बुलाया था। बताया कि वह मोंठ से अपने ग्राम दतावली कोटेदार के घर पहुंचा। जहां आपूर्ति निरीक्षक मामले की जांच कर रहे थे। इसी दौरान बारिश होने लगी और वह राशन विक्रेता के घर के अंदर बैठ गए। तभी कोटेदार ने उसके साथ जमकर मारपीट कर दी।
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ग्राम प्रधान पति
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वहीं राशन विक्रेता की पत्नी त्रिवेणी ने कहा कि उसका पति राशन विक्रेता है। इसी दौरान जांच करने आए आपूर्ति निरीक्षक जांच कर रहे थे। तभी शराब के नशे में धुत होकर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनिल कुमार राजपूत दर्जनों लोगों के साथ आए और लाठी-डंडों से उसके पति के साथ मारपीट करने लगे, जिसे गांव के लोगों ने मुश्किल से बचाया। जिसकी शिकायत उसने समथर पुलिस से की है।
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कोटेदार की पत्नी
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मामले में दतावली के रहने वाले दयासागर ने कहा- राशन की दुकान पर जांच करने के लिए अधिकारी आए थे। तभी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि भी वहां आए। देखते ही देखते शोर होने लगा और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने कोटेदार की मारपीट कर दी।
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ग्रामीण
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पूर्ति निरीक्षक ने मामले को गोल-गोल घुमाते हुए बताया प्रधान प्रतिनिधि और 10-12 लोगों के साथ तहसील मोंठ में एसडीएम को कोटेदार के खिलाफ शिकायत दी गई थी। जिसमें आज वह जांच करने गए थे। इसी दौरान बारिश होने से वह उनके कमरे के अंदर बैठकर बयान दर्ज करने लगे। तभी बाहर राशन विक्रेता और ग्राम प्रधान के बीच हाथापाई होने लगी। बताया कि उन्होंने यह झगड़ा नहीं देखा।
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आपूर्ति निरीक्षक
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गौरतलब है कि जांच के दौरान विवाद, लड़ाई झगड़ा और लाठी-डंडे चलते रहे लेकिन आपूर्ति निरीक्षक ने कुछ भी नहीं देखा। आंखों पर काली पट्टी बांधकर जांच कर रहे आपूर्ति निरीक्षक के सामने लड़ाई-झगड़ा, गाली-गलौज, लाठी-डंडे चलते रहे। तब भी उन्होंने स्थानीय पुलिस को सूचना देना उचित नहीं समझा। जबकि उन्हें विवाद की स्थिति बनते ही स्थानीय पुलिस को अवगत कराना चाहिए था।
जब इस मामले में गहराई से जानकारी की गई तो सूत्रों के हवाले से जानकारी लगी है कि कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों का मिड-डे मील का तथा वितरण के लिए, करीब 15 क्विंटल राशन ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ट्रैक्टर में भर के अपने घर ले गए थे। जो छात्रों को कई महीनों तक वितरित नहीं किया गया। जब कोटेदार ने यह बात उठाई तो दबंग ग्राम प्रधान पति ने बौखला कर गांव के लोगों को एकत्रित कर कोटेदार की शिकायत कर दी।