गरौठा झांसी|तहसील गरौठा अंतर्गत ग्राम निपान निवासी मुन्ना पुत्र सेवा ढीमर ने आज उपजिलाधिकारी महोदय गरौठा को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया की मैं 2 माह से पीएनबी बैंक गरौठा मैं केसीसी बनवाने के लिए बार-बार चक्कर लगा रहा हूं| लेकिन बैक मैनेजर द्वारा मुझे बैंक से भगा दिया जाता है और कहा जाता है की क्या तू बीमा के चक्कर में केसीसी बनवा रहा है इससे पहले तुमने केसीसी क्यों नहीं बनवाया|
अब इसे बैंक की तानाशाही कहें या फिर बैंक का दलाली का सिस्टम जबकि मोदी सरकार किसान के हित के लिए कई योजनाएं चला रही है|
लेकिन यहां बैंक के कर्मचारियों के काम करने का तरीका कुछ और ही है|
अभी विगत दिनों पहले ऐसा ही मामला ग्राम सिमरधा पीएनबी बैंक से सामने आया था जहां पीड़ित लोगों ने तहसील समाधान दिवस में बैंक के स्टाफ एवं बैंक के दलालों के खिलाफ शिकायत की थी|
लेकिन अभी तक बैंक स्टाफ एवं बैंक में सक्रिय दलालों के प्रति कोई कार्रवाई नहीं की गई देखने वाली बात तो यह है की तहसील मुख्यालय पर बैठे अधिकारी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नहीं करते हैं किस बात को लेकर प्रशासन मौन बना रहता है जबकि गरौठा एक पिछड़ा हुआ क्षेत्र माना जाता है यहां पर किसान देवी आपदा से कई वर्षों से परेशान होकर अपने भरण पोषण के लिए मोहताज रहता है।
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