मोंठ- झांसी के समथर थाना क्षेत्र स्थित स्टोन क्रेशर से ग्रामीणों में भय का माहौल है। क्रेशर पर हैवी ब्लास्टिंग से पहाड़ी के पत्थर उछलकर गांव के घरों पर गिर रहे थे। जिससे परेशान होकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस से की थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने क्रेशर परिसर में जाकर तोड़फोड़ कर दी थी, और क्रेशर संचालक का लाखों में नुकसान हुआ था। जिसके बाद ग्रामीणों ने हैवी ब्लास्टिंग की समस्या से क्षुब्ध होकर 6 सितंबर से अपने बच्चों को विद्यालय भेजना बंद कर दिया है। उनके मन में एक भय है कि ब्लास्टिंग के पत्थरों से उनके बच्चों को चोट ना पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि जब तक केसर के संबंध में कार्यवाही नहीं होगी, तब तक बच्चों को विद्यालय नहीं भेजेंगे। उक्त संबंध में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने खंड शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप से अवगत कराया है।
प्राथमिक विद्यालय पचोबई की प्रधानाध्यापिका हेमलता ने खंड शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप से अवगत कराया है कि बीते 6 सितंबर से ग्रामीणों ने अपने बच्चों को विद्यालय भेजना बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम के नजदीक जो स्टोन क्रेशर लगा है, उसमें पत्थर तोड़ने के लिए अधिक मात्रा में बारूद का उपयोग कर हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है। जिसके जोरदार धमाके से उछलते पत्थर गांव के घरों में गिर रहे हैं। जिससे उनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं,और उनके लिए जान माल का खतरा बना हुआ है। बीते दिनों पहले से ग्रामीणों और क्रेशर संचालक के बीच विवाद की स्थिति है। विद्यार्थियों के अभिभावकों का कहना है कि जब तक स्टोन क्रेशर पर कोई कार्यवाही नहीं होती, तब तक वह बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे।
इस संबंध में प्रधानाध्यापिका ने खंड शिक्षा अधिकारी से मार्गदर्शन करने की बात कही है।