मीरापुर पंजाब व हरियाणा से बिहार-बंगाल जा रहे करीब 500 प्रवासी मजदूरों से भरे 6 कंटेनर मीरापुर पुलिस ने चैकिंग के दौरान बीआईटी के समीप से पकड़ लिए। कन्टेनरों में जानवरों की तरह ठूस ठूस कर मजदूर भरे थे।बिजनोर बॉर्डर पर बिजनोर पुलिस द्वारा वापिस भेजने के बाद मीरापुर पुलिस ने सभी मजदूरों को बीआईटी आइसुलेशन सेन्टर में ले जाकर उनकी सूची तैयार करनी शुरू की।लॉक डाउन के चलते प्रवासी मजदूरों की बदहाली की नई नई घटनायें प्रतिदिन सामने आ रही है।प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मजदूरों की सुरक्षा व उनके जाने की व्यवस्था को लेकर सख्त आदेश दिए जाने के बाद भी जनपद में प्रवासी मजदूरों का चोरी छिपे अपने घरों को जाना जारी है।रविवार को पंजाब हरियाणा से करीब 500 मजदूर अपने छोटे-छोटे बच्चों व महिलाओं के साथ 6 कन्टेनरों में चोरी छिपे सवार होकर बिहार में बंगाल के लिए जा रहे थे इस दौरान बिजनौर बॉर्डर पर बिजनौर पुलिस ने इन कंटेनरो को रोक कर वापिस मुज़फ्फरनगर की ओर भेज दिया।जिस पर उक्त सभी कन्टेनरों के चालक इनको लेकर मीरापुर थानाक्षेत्र के ग्राम कैलापुर जसमौर स्थित एक ढ़ाबे पर आ गए।मजदूरों से भरे कन्टेनरों की सूचना पर मीरापुर थाने की बीआईटी पुलिस चौकी इंचार्ज नवीन सैनी मय फोर्स के मौके पर आ गए और कन्टेनरों की चेकिंग की तो उनके भीतर जानवरों की तरह करीब 500 मजदूर ठूस ठूस कर भरे थे।पुलिस ने मजदूरों से भरे सभी कन्टेनरों को अपने कब्जे में ले लिया ।इस दौरान कन्टेनरों में बर्बरता से भरे मजदूरों ने बताया कि उनमें से ज्यादातर मजदूर हरियाणा के यमुनानगर में प्लाई फैक्ट्रियों में मजदूरी करते थे।जहाँ रोजगार बन्द होने के बाद हरियाणा पुलिस ने उन्हें जबरन कन्टेनरों में भरकर वहाँ से भगा दिया।ज्यादातर मजदूर बिहार के समस्तीपुर, गया,शिपोल व पश्चिमी बंगाल के उत्तर दिनाजपुर व दक्षिण दिनाजपुर के रहने वाले है।पुलिस सभी मजदूरों को बीआईटी स्थित आइसुलेशन सेन्टर ले गयी।यहाँ पहुँचकर सभी मजदूरों को नीचे उतारकर आइसुलेशन सेन्टर में रोककर उनकी सूची बनानी शुरू की।इस दौरान मजदूरों ने पुलिस से उन्हें घर जाने देने की गुहार लगाई।