प्रवासी श्रमिकों को मिली बड़ी राहत जनपद सहारनपुर से आज पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई जो प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में 12:00 बजे सहारनपुर से रवाना की गई यह स्पेशल नॉन स्टॉप ट्रेन सहारनपुर से सीधा चलकर बिहार के मुख्य स्टेशनों पर ही रुकेगी आपको बता दें कि कल राज्य सरकार की डिमांड के चलते रेलवे को प्रवासी मजदूरों को बिहार तक छोड़ने की डिमांड रखी गई थी जिसके बाद आज पहली नॉन स्टॉप स्पेशल ट्रेन को रवाना किया गया जिसका पूरा खर्चा लगभग साढ़े सात लाख आया है जोकि जिला अधिकारी द्वारा आपदा मत से लिया गया है और अभी इस ट्रेन के अलावा पांच अन्य ट्रेनों की अनुमति भी राज्य सरकार से मिल चुकी है
बता दे कि पिछले कई दिनों से प्रवासी मजदूर जोकि हरियाणा, पंजाब व हिमाचल प्रदेश से पैदल या साइकिल पर चलकर सहारनपुर पहुंच रहे थे इसके अलावा पिछले 3 दिनों से इनकी संख्या लगातार हजारों की संख्या में बढ़ती ही जा रही थी यह मजदूर जैसे तैसे अन्य प्रदेशों से निकल कर भूखे पेट अपने छोटे-छोटे बच्चों को गोद में उठाकर जंगलों के रास्ते बचते बचाते सहारनपुर तक पहुंच गए थे जिसको जनपद सहारनपुर प्रशासन द्वारा चिकित्सकों की निगरानी में राधा स्वामी सत्संग आश्रम में रुकवा कर उनके खाने व रहने की व्यवस्था की गई थी और जनपद सहारनपुर प्रशासन द्वारा इसकी पूरी जानकारी उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ तक लगातार भिजवाई जा रही थी जिसके बाद योगी सरकार ने इन श्रमिकों के लिए मुख्य कदम उठाते हुए रेलवे से स्पेशल ट्रेनों की डिमांड की थी जिसको लेकर आज पहली ट्रेन जनपद सहारनपुर से बिहार के लिए रवाना की गई जिसमें 1320 प्रवासी मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए पूरी एतिहाद के साथ खाना खिलाने के बाद इस स्पेशल ट्रेन द्वारा बिहार के लिए रवाना किया गया जिज़के बाद जब यह ट्रेन नॉन स्टॉप चलकर बिहार के मुख्य स्टेशनों पर ही रुकेगी ओर वहां भी इनके लिए रात के खाने की पूरी व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा ही की गई है
मंडलायुक्त संजय कुमार ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि अन्य प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या लगभग 4500 है जो कि केवल बिहार के ही जाने वाले हैं जिसकी पूरी जानकारी हमारे द्वारा मुख्यमंत्री जी को दी जा रही थी जिसके बाद राज्य सरकार से हमें 6 ट्रेनों की परमिशन मिली है जिसमें से आज पहली ट्रेन को रवाना किया जा रहा है इस पहली ट्रेन से 1320 प्रवासी श्रमिकों को रवाना किया गया और इस ट्रेन का आने वाला पूरा खर्चा जोकि लगभग साढ़े सात लाख रुपये है जोकि सहारनपुर जिलाधिकारी द्वारा आपदा मत से भुगतान किया जा चुका है और यह स्पेशल ट्रेन सहारनपुर से नॉनस्टॉप चलकर बेतिया तक जाएगी और बीच में सिवान, छपरा, मुजफ्फरपुर रुकेगी और इन्हीं स्टेशनों में इन श्रमिकों को रात का खाना भी वितरित किया जाएगा
डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि सहारनपुर में हरियाणा, पंजाब से कुछ दिनों से भारी मात्रा में श्रमिक सहारनपुर पहुंच रहे थे जिनको बिहार पहुंचाना बहुत ज्यादा जरूरी था जिसके चलते दोनों राज्यों की सहमति होने के बाद इस क्रम में पहली ट्रेन को रवाना किया जा रहा है जिसमें 1320 श्रमिकों को आज बिहार के लिए रवाना किया जा रहा है और उसके बाद और जो श्रमिक बच्चे हैं उनको भी जल्द ही अन्य स्पेशल ट्रेनों द्वारा बिहार के लिए रवाना किया जाएगा और यूपी के किसी भी स्टेशन पर इसका स्टॉपेज नहीं होगा जिसके चलते सभी रेलवे स्टेशनों के जीआरपी व आरपीएफ को निर्देश दे दिए गए हैं की इन ट्रेनों में बैठे श्रमिकों में से कोई भी इस ट्रेन से न उतर पाए और इसके अलावा इस ट्रेन में न कोई व्यक्ति चढ़ पाए यह ट्रेन नॉनस्टॉप है जो कि सीधा बिहार के ही मुख्य स्टेशनों में रुकेगी